Benefits Of Ginger (अदरक) In Ayurveda Home Remedies
HEALTH BENEFITS OF GINGER IN AYURVEDA
लेटिन नाम : जिंजीबर औफीसिनेलिस (Zinziber officinalis)
प्रकृति : गर्म और खुश्क |
अदरक को गिली मिट्टी में दबा कर रखने से बहुत दिनों तक ताजा रहती है | सूखी अदरक को सौंठ कहते हैं |
खाँसी – अदरक (Ginger) का रस 1 तोला, शहद 1 तोला गर्म करके दिन में 2 बार पिलायें | इसमें खटाई का परहेज करें |
भूख की कमी – 6 माशे अदरक महीन करके कुछ नमक लगाकर दिन में एक बार 8 दिन दी जाए | भूख बड जाएगी और पाचनतंत्र ठीक होगा |
उलटी – अदरक (Ginger) और प्याज (Onion) का रस 2 चम्मच देने से उलटी बंद होगी |
बंद गला (जुकाम) – अदरक का रस 1 तोला गर्म करके दिन में 2 बार दीजिये |
मसूड़े फूलना – यदि मसूड़े फुल जायें तो 3 माशे अदरक का रस नित्य 1 बार पानी के साथ चार दिन लें मसूड़ों की पीड़ा दूर हो जाएगी |
दस्त : आधा कप उबलता हुआ गर्म पानी लें | इसमें एक चम्मच अदरक का रस मिलाएं | जितना गरम पिया जा सके उतना गरम पीएं | इस तरह 1 घंटे से एक खुराक लेते रहने से पानी की तरह हो रहे पतले दस्त बंद हो जाते हैं |
सूजन बवासीर और पीलिया में 12 ग्राम सोंठ गुड़ के साथ लेने से लाभ होता है |
मसूड़े : मसूड़े फूल जायें तो 3 ग्राम सौंठ दिन में एक बार पानी के साथ फंकी दें | इससे दाँत दर्द भी ठीक होगा | दाँत दर्द सर्दी से हो तो अदरक पर नमक डाल कर दाँतों के नीचे रखें |
मुंह में दुर्गन्ध : एक चम्मच अदरक का रस, एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर कुल्ले करने से मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है |
जोड़ों का दर्द : एक चम्मच सौंठ, आधा टुकड़ा जायफल दोनों को पीसकर तेल के तेल में मिलाकर इसमें कपड़ा भिगोकर जोड़ों पर पट्टी बांधने से दर्द दूर होता है |